कोरोना के खिलाफ गांव-गांव में लोग एकजुट हो रहे हैं। इसमें युवा सेवा दे रहे हैं। गांवों में बाहरी लोगों का प्रवेश सख्ती से रोका जा रहा है। महामारी से निपटने के लिए व्यापािरयों को भी समझाइश दी जा रही है। कोरोना फाइटर्स का सम्मान भी किया जा रहा है।
सामाजिक पेंशन योजना के हितग्राही परिवार व बीपीएल अपात्रता पर्ची धारकों के परिवार को खाद्यान्न सामग्री दी गई। एसडीएम कार्यालय से 118 हितग्राहियों के परिवार को सूची के अनुसार प्रत्येक सदस्य को 4 किलो गेहूं व 1 किलो चावल दिए।
लॉकडाउन के कारण स्कूल नहीं लग पा रहे हैं। ऐसे में मध्यान्ह भोजन का बचा हुआ खाद्यान्न स्वयं सहायता समूह और शिक्षक घर-घर जाकर विद्यार्थियों को बांट रहे हैं। प्रति विद्यार्थी 3 किलो गेहूं दिया जा रहा है। शिक्षिका मनोरमा सोलंकी, भूपेंद्र सोलंकी ने खाद्यान्न का वितरण किया। 250 विद्यार्थियों को इसका वितरण किया गया।
कोरोना वायरस के बीच यहां स्काउट गाइड से जुड़े युवा लोगों की मदद में जुटे हैं। ये लोगों को कोरोना वायरस के बारे में बता रहे हैं। ग्राम पंचायत धमोत्तर सचिव महेंद्र सिंह राठौर ने बताया हमारे गांव की सीमा उज्जैन जिले से लगी है जिसे पूरी तरह से सील कर दिया है। स्काउट रेंजर्स ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों के साथ में मिलकर 24 घंटे सुरक्षा में लगे है। स्काउट छात्रा एवं एनएसएस कैडेट्स जो राज्यपाल कैंप क्वालिफाइड कर चुकी हैं एवं अगले वर्ष राष्ट्रपति कैंप की तैयारी कर रही हैं वे भी अभियान में सहभागिता कर रही हैं। बीएससी फाइनल ईयर की भूमिका सेन, वंदना सेन, जया ठाकुर अपनी सेवाएं दे रही हैं।